श्री श्याम-राधिका गाऊँ री किशोरी राधे ! चरणन शीष नवाऊँ री किशोरी राधे

श्री श्याम-राधिका गाऊँ री किशोरी राधे ! चरणन शीष नवाऊँ री किशोरी राधे



श्री श्याम राधिका गाऊँ री किशोरी राधे ,चरणन शीष नवाऊँ री किशोरी राधे 
बैठी रहूँ कुंजन के कोने , गुन्थित कर प्रिया-लाल के रहने |

मधुर-माधुरी जोड़ी निहारूँ , लीला-कथा-कृपा मन में विचारुँ 
भक्त-संत संग लाभ बटोरूँ , जीवन फल मैं पाऊँ किशोरी राधे ||1||

श्याम सुन्दर की मुरली मनोहर , श्रीजी की प्यारी ललिता सखी जी
सब ब्रजवासी अरु निज परिकर , श्री गुरु कृपा फल पाऊँ री किशोरी राधे ||2||

लखि मुष्कान मधुर प्रिया-प्रियतम , केलि कुञ्ज की सेवा अनुपम
रास-विलास के दर्शन लेकर , कुञ्ज बिहारी रस गाऊँ री किशोरी राधे ||3||

यमुना पुलिन अरु श्री वंशीवट , सेवाकुञ्ज अरु श्री निधिवन
श्री राधे-श्याम युगल कुण्ड-गिरि गोवर्धन , करि आचमन मैं ध्याऊँ री किशोरी राधे ||4||

श्री वृन्दावन श्री गहवर वन , मानसी गंगा-कुसुम सरोवर
रमणरेती अरु श्री महावन , त्रिलोक में न्यारी पुरी मथुरा प्यारी
भ्रमण करूँ ब्रजधाम अनुपम , राधे-श्याम-राधे-श्याम गाऊँ किशोरी राधे ||5||

आनंद न्यारे नन्दगाँव प्यारे , बरसाने की खोर सांकरी
श्रीजी मंदिर श्री बाँके बिहारी , श्री राधा-रमण जय-जय गिरधारी
यमुना पुलिन बसाऊँ किशोरी राधे ||6||

श्री राधा-वल्लभ मधुर बिहारी , करि दर्शन वृन्दावन बिहारी 
सबहि मनोरथ पूर्ण हों मेरे , विनती पुनि-पुनि गाऊँ री किशोरी राधे ||7||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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