जीवन की हर शाम, मय श्याम बन जाये
published on 12 September
leave a reply
जीवन की हर शाम, मय श्याम बन जाये
गाऊँ जहाँ भजन मै, हरिधाम बन जाये ||
रहे दया जो तेरी, मुझपे ओ सांवरा
झुमुं, नाचूँ, गाऊँ, मै होके बावरा
बावरे का सांवरा, हर काम बन जाये ||1||
मस्ती का हो आलम, भक्तों का जमघटा
लगे जहाँ दरबार तेरा, हो तेरी छटा
देखूँ तुझको सांवरा, रंग तेरा चढ़ जाये ||2||
रंग तेरा बिखराऊँ, भक्तों में सांवरा
हो जाये मगन सभी, जो लगन ऐसी लगा
तेरा भक्त भी ओ सांवरा, हरिदास बन जाये ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
~~
0 Comments: