क्यों आ के रो रहा है ,गोविन्द की गली में

क्यों आ के रो रहा है ,गोविन्द की गली में



क्यों आ के रो रहा है ,गोविन्द की गली में
हर दर्द की दवा है, गोविन्द की गली में ||

तू खुल के उनसे कह दे
जो दिल में चल में चल रहा है
वो जिंदगी के ताने बाने जो बुन रहा है
हर सुबह खुशनुमा है ||1||


मंजिल पे गर निगाहें
दिन रात क्या डगर क्या
हर रात रंगनुमा है ||2||

कोई रो के उनसे कह दे
कोई ऊँचे बोल बोले
सुनता है वो उसी की
बोली जो उनकी बोले
हवाएं अदब से बहती हैं ||3||


''जय श्री राधे कृष्णा ''
~~

Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: