
तुम पास पास रहना तुम साथ साथ रहना
राही नया नया हूँ हमराही बन के रहना
राहें हैं टेढ़ी टेढ़ी गलियाँ बढ़ी अँधेरी
न कोई आशना है न कोई दुनिया मेरी
दिल के करीब करीब रहना बन के हबीब रहना||1||
जीवन के इस सफ़र में भूली हुई डगर में
अटक न जाऊं माया के इस नगर में
तुम यार बन के रहना गुम्खार बन के रहना ||2||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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