कन्हैया-कन्हैया, मुझे भाए ना दुनिया

कन्हैया-कन्हैया, मुझे भाए ना दुनिया



कन्हैया-कन्हैया, मुझे भाए ना दुनिया
तेरी सूरत देखी जब से , तेरी मूरत देखी जबसे |

अँखियाँ अटक गईं रे तेरी मधुर मुस्कान पे
साँसें अटक गईं रे , तेरी मुरली की तान पे ||1||

चित्त को चुराय लियो रे तेरे त्रिभंगी रूप ने,
मुझको लुभाय लियो रे तेरे मधुकर स्वरुप ने ||2||

दीवाना बने दियो रे तेरे अनबोले प्यार ने,
मीन सा तडपाये दियो रे , तेरे प्यार की पुकार ने ||3||

प्यासा बनाए दियो रे तेरे दर्शन की प्यास ने,
बिरही बनाय दियो रे , तेरे मिलने की आस ने ||4||

गोपी बनाय दियो रे तेरे भ्रकुटी विलास ने ,
राधा बनाय दियो रे तेरे , भावः-राज-रास ने ||5||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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