
आज बिरज में होरी रे रसिया .
होरी रे रसिया बरजोरी रे रसिया |
चोवा चन्दन और अगरजा ,
केसर मृगमद घोरी रे रसिया ||1||
श्याम के हाथ कनक पिचकारी ,
राधा के हाथ कमोरी रे रसिया ||2|| .
राधे पे श्याम बहुत रंग डारे ,
श्याम से राधे गोरी रे रसिया ||3||
लाल गुलाल के बादल छाए ,
केसर कीच मचायो रे रसिया ||4||
चन्द्र सखी भज बालकृष्ण छबी ,
चिरजीवे यह जोरी रे रसिया ||5||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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