
लेना खबर हमारी हरिदास के बिहारी
बेमौत मर गया हूँ दुनियाँ से कर के यारी ।
द्वारे तुम्हारे आया, दर्शन की आस लाया,
दर्शन की भीख दे दो, हूँ दर्श का भिखारी ||1||
अपना लिया है तुमको, ठुकरा न देना हमको,
जीवन की ज्योति जागे, लखि कर झलक तुम्हारी ||2||
भक्तन की आँखों के तुम, हो एक तारे,
पागल खड़ा द्वारे है प्रेम का पुजारी ||3||
अब तो शरण में ले लो, ओ भव, बाधा हारी,
तूने ही गज को तारा, तूने ही गणिका तारी ||4||
अब हाथ दीनन पकड़ लो, अब तो बाधाएँ हर लो,
हे दीनबंधु ! भक्तवत्सल, अब मेरी लाज रख लो.||5||
''जय श्री राधे कृष्णा '
0 Comments: