हे राधे  दर्शन दे निकस अटा में से दर्शन दे

हे राधे दर्शन दे निकस अटा में से दर्शन दे








हे राधे 
दर्शन दे निकस अटा में से दर्शन दे |
तू तो हे वृषभान नंदिनी
ज्यो निकस्यो चन्द्र घटा में से ||1||

कोटि रमा सावत्री भवानी
निकसी हे अंग छठा में से .||2||

पुरषोत्तम प्रभु यह रस चाख्यो
माखन जो निक्स्यो मठ में से ||3||

''जय श्री राधे कृष्णा ''

 

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