
गोविन्द गोविन्द गाओ रे भाई, हरि कीर्तन में आयके ,
जनम सफल करलो रे भाई, हरि कीर्तन में आयके |
कैसा प्यारा नाम है, गोविन्द माधव श्याम का ,
मिलता मुक्तिधाम है, हरि कीर्तन में आयके ||1||
जिसने गाया राम नहीं, मिलता उसे आराम नहीं ,
चुपचुप रहना ठीक नहीं, हरि कीर्तन में आयके ||2||
राम नाम रस पीजिए, मनवा राम नाम रस पीजिए।
पीकर बन गये हरि भक्त, सब हरि कीर्तन में आयके ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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