
बाँसुरिया फिर से बजाओ,
कान्हा बाँसुरिया फिर से बजाओ |
जा जा न हमको सताओ,
राधा जा जा न हमको सताओ ||
बंसी न बाजे तो जिया मोरा डोले
जिया मोरा डोले पिया, बोली ये बोले
फिर से वही धुन सुनाओ ||1||
जा री नटखत गवालिन की छोरी
मैं न बजाऊँगा ये बाँस की पोरी
ऐसे न मुझको रुलाओ ||2||
कान्हा तेरी मुरली में राधा की जान है
राधा तू ही तो मेरी बँसी की तान है
होंठों से बंसी लगाओ ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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