
धुन- स्वर्ग से सुन्दर
जब से तेरी शरण मैं आया है परिवार
ओ बाबा श्याम हमारे हो गए वारे न्यारे ||
जिसने ठिकाना तेरा हमको दिया है
एहसान भारी उसने हम पर किया है
कैसे भूलेंगे जीवन भर उसका ये उपकार || १ ||
गिरते हुए को देकर तुमने सहारा
सुखमय किया है बाबा जीवन हमारा
तभी तुम्हें हारे का सहारा कहता ये संसार || २ ||
रूठे भले ही हमसे सारा ज़माना
पर तूँ कभी ना हमको दिल से भुलाना
तेरे सिवा " सोनू " नहीं है औरों की दरकार || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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