ध्यान घनशाम का,दिवाना बना देता है

ध्यान घनशाम का,दिवाना बना देता है



ध्यान घनशाम का,दिवाना बना देता है
दीन ओ दुनिया को परवाना बना देता है |

वो आना साँवले सरकार का,
मेरे दिल को कभी गोकुल कभी
बरसाना बना देता है ||१||

 प्याले भर भर के जो पियें
वो अपनी जाने, मुझे इक बिंदु ही
मस्ताना बना देता है ||२||

बिंदु जी

SatsangKeMoti.blogspot.com 

जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्

Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: