
तर्ज:हम सफ़र मेरे हम सफ़र
चले नहीं छल बल कन्हैया,जिसपे हो तेरी महर ,
तुमसे अच्छा कौन होगा, साथी मेरा हम सफ़र ||
हर घड़ी हर पल कन्हैया,साथ तेरा चाहिए
मैं हूँ निर्बल तूं मेरा बल,हाथ तेरा चाहिए.
देखूं मैं जिस और कन्हैया,दिखे मुझको तूं उधर ||1||
अँखिया क्यों है प्यासी मेरी,दिल क्यों रहता है उदास
देख नहीं क्यों पाता तुमको,रहते हो जब आस-पास.
देना ज्योति आँखों को,आना मुझको तूं नज़र ||2||
है तमन्ना दिल में मेरे,देखूं तुझको बार-बार
आऊं जब भी दर पे तेरे,पाऊं मैं तेरा दीदार.
पाऊं जो दीदार तेरा,रहे नहीं भय कोइ डर.||3||
बढ़ता जाऊं मैं भी कान्हा,रुके नहीं मेरे कदम.
हर कदम पे हो नया दम,देखूं मैं तुझको सनम
'टीकम' की अरदास सुनलो,ओ कन्हैया ओ गिरधर ||4||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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