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तर्ज:मुझे प्यार की,जिन्दगी देने वाले
तुम्हीं मेरी मंजील,मेरा ठिकाना ,
एक दिन तो दर पर तेरे,सबको है आना |
आवागमन तो जग में,लगा ही रहेगा
सूरज चन्दा जब तक,चमकता रहेगा
आऊं मैं जब भी जग में,साथ निभाना||1||
साथ जो तेरा मुझको,मिलता रहेगा
अमानत यह जीवन श्याम,तेरा रहेगा
सेवा में मुझको श्याम,अपने लगाना ||2||
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मिलेगा शकुन दिल को,चैन मिलेगा
'टीकम' भी निर्भय हो कर,जग में फिरेगा
फिरकी सा दर पर तेरे,मुझको नचाना ||3||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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