दरबार खाटू लगाया दुःख भगतों का हरने आया-साँवरा-तेरी जय हो-2

दरबार खाटू लगाया दुःख भगतों का हरने आया-साँवरा-तेरी जय हो-2






धुन- काँकरिया मार के



दरबार खाटू लगाया
दुःख भगतों का हरने आया-
साँवरा-तेरी जय हो-2 || टेर ||




देव तेरी महिमा है न्यारी
श्याम कहलाया कलि में अवतारी 
अपने भगतों पर प्यार लुटाया
दुःख भगतों का हरने आया || १ ||




तेरे जैसा देव नहीं देखा
मेट सकता करम की हर रेखा
तुमने सबका नसीबां बनाया
दुःख भगतों का हरने आया || २ ||




श्याम प्यारे जो तेरे सहारे
उनके जीवन के तुम तो रखवारे  
तुमने सबको गले से लगाया
दुःख भगतों का हरने आया || ३ ||




प्रेम देना हमें निज भक्ति देना
श्याम तेरे दरस के हैं प्यासे नैना
" नन्दू " हमने भी रिश्ता बढ़ाया
दुःख भगतों का हरने आया || ४ ||




जय श्री राधे कृष्ण

 श्री कृष्णाय समर्पणम्

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