
धुन - हनुमान को खुश करना
भोले बाबा का वंदन , आसान होता है
इन्हें जल चढ़ाने से , कल्याण होता है ||
ये आक धतूरा ही , खुश होकर खाता है
इन्हें छप्पन भोग भला , कैसे फिर भाता है
इक बेल पत्र से इनका सम्मान होता है || १ ||
ये प्रेम का प्यासा है , और भाव का भूखा है
श्रद्धा सबकी देखे , न रूखा सुखा है
आडम्बर करने वाला , नादान होता है || २ ||
महलों में ठिकाना ना , जंगल में बसेरा है
चाहे गली हो या नुक्कड़ , हर जगह पे डेरा है
हर भक्त का " हर्ष " , इन्हें ध्यान होता है || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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