
धुन - तेरी प्यारी प्यारी सूरत को
ओ डमरू वाले बाबाजी ,
तेरा डमरू बजे डम डम
अगड़ बम बम ||
तेरा रूप अनूप निराला है , गल में मुण्डन की माला है
तेरे जोरे साधू सन्त रहे , तूँ ऊँचे पर्वत वाला है
माथे पर निर्मल चन्दा की , चमके है चम चम || १ ||
तेरी जटा में गंगा साजे है , कर में त्रिशूल विराजे है
देवन के संग नृत्य करे तो , डम डम डमरू बाजे है
तेरे तन के ऊपर भस्मी की , रमके है रमा रम रम || २ ||
जय जय शंकर कैलाशपति , वर दाता पुराण ब्रम्हयती
चौमुख दिवला लेकर कर में , करे आरती पारवती
आँखें में ज्योति माता की , चमके है चमा चम चम || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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