
धुन- बाबुल का घर
श्याम तेरे मन्दिर का , बड़ा सुन्दर नज़ारा है
जिसने भी देखा तुझे , वो हुआ तुम्हारा है ||
तेरे मन्दिर की ईटों से , तेरा नाम झलकता है
तेरे श्याम बगीची का , हर फूल महकता है
जिसने तेरा नाम लिया , उसका चमका सितारा है || १ ||
मेरे श्याम के मुखड़े पे , एक तेज़ चमकता है
कलयुग का ये दानी श्याम , सातों सुख देता है
जिसने तेरा दर्शन किया , उसे मिला सहारा है || २ ||
दीन दयालु श्याम , ये प्यार लुटाता है
खुशियों से भरे दामन , और प्यार लुटाता है
बाबा तेरी चौखट पे , " अन्नू " का गुजारा है || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
0 Comments: