
राधे तेरे चरणो की गर धूल जो मिल जाये
बाबा तेरी किरपा से,कान्हा तेरी किरपा से
फल फूल रहा हूँ मैं
तेरी रहमत को क्यूं, यूं भूल रहा हूं मैं |
तूने इतना दिया मालिक,झोली मे समाये ना
फिर भी माँगता ही जाता,मुझे लाज अब आये ना ||1||
जब मन मेरा भटका है,तूमने बतलाया है
क्यूं भाग रहा प्यारे, क्यूँ तु भरमाया है ||2||
दूजा तुमसा नही,दयालु इस जग में
मुझे गर्व है इसका,तुम हो मेरी किस्मत में ||3||
ये सांसे तो बाबा(कान्हा),तेरी ही बदोलत दे
'आशू' तेरा भजन करे, ईतनी तो मोहलत दे ||4||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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