
चोंक पुरावो माटी रंगावो
आज मेरे पिया घर आएंगे
ऐ री सखी मंगल गावो री
धरती अम्बर सजावो री
आज उतरेगी पिया की सवारी ||1||
ऐ री कोई काजल लावो री
मोहे काला टिका लगावो री
उनकी छवि से दिखूंगी मैं प्यारी ||2||
रंगो से रंग मिले,नए नए रंग मिले
ख़ुशी आज घर मेरे बांधे है डेरा
चोंक पुरावो माटी रँगावो ||3||
पीहू पीहू पपीहा रटे कुहू कुहू कोयलिया जपे
आँगन आँगन है परियों का डेरा
अनहद नाद बजावो री रल मिल ||4||
आज मेरे पिय घर आएंगे
चोंक पुरावो माटी रँगावो
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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