
राधा गुण गाँवे,
तहाँ दौड़ दौड़ जाओ प्यारे
राधा गुण है ना जहाँ,
भूल के ना डट रे |
राधा जूं की चर्चा,
सलोनी लोनी होये जहाँ
सुनिये लगाये कान,
तहाँ ते ना डट रे ||2||
राधा राधा नाम ही सों,
काम रखो आठों याम
लाल बलबीर जग जाल,
को न डट रे ||2||
ऐ रे मेरे मन चेत,
भूल के ना हो अचेत
राधा रट राधा रट,
राधा राधा रट रे ||3||
॥श्री राधारमणाय समर्पणं ॥
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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