
राधे राधे गोविन्द, गोविन्द राधे,,
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे..
श्यामा श्याम प्रेम रस मदिरा पिला दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे..
श्यामा के महल की टहलनी बना दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे.
श्यामा जू की दासी की ही दासी बना दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे.
राधा वाटिका की रात रानी बना दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे.
गल बहियाँ दे के बांकी झांकी दिखा दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे.
प्यारी पग चापने की सेवा दिला दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे.
कर मेहँदी रचाने मोहे बुला दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे.
पग जावक मोते लगवा दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे.
प्यारी चरणों को मेरी गोद धरा दे..
भुक्ति न दे मुक्ति न दे, वैकुण्ठ न दे.
बिजन डुलाने वारी सेवा दिला दे..
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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