
तर्ज़- पल्लो लटकै
श्याम बुलावै है, जी म्हानै, श्याम बुलावै है
"कै आयो"-3, खाटू सै बुलावो म्हानै, श्याम बुलावै है
भोरै भोरै रोज हवा को मीठो झोंको आवै
"कै आजा"-3, आजा खाटू धाम म्हारै, कान मँ केह ज्यावै
कान मँ केह ज्यावै जी म्हारै, कान मँ केह ज्यावै
"कै आयो"-3, खाटू सै ||1||
दिनगै पैल्यां, बैठ झरोखै, सोन चिड़ी यूँ गावै
"कै क्यूँ ना"-3, श्याम ध्वजा बणवाकर पैदल, खाटू ले ज्यावै
खाटू ले ज्यावै जी पैदल, खाटू ले ज्यावै
"कै आयो"-3, खाटू सै ||2||
सँगी साथी आड़ोसी पा-ड़ोसी भी सहरावै
"कै तेरो"-3, मन चायो तन्नै मिळग्यो तेरी, किस्मत रँग ल्यावै
किस्मत रँग ल्यावै जी तेरी, किस्मत रँग ल्यावै
"कै आयो"-3, खाटू सै ||3||
कहवै 'रवि' साँवरियो म्हासै, गैहरो प्यार करै
"कै म्हापर"-3, रोज रोज यो म्हैर लुटावै, किरपा बरसावै
किरपा बरसावै र म्हापर, किरपा बरसावै
"कै आयो"-3 खाटू सै ||4||
🏻रविन्द्र केजरीवाल 'रवि' 👏🏻
जै श्री राधे कृष्ण
🌺
श्री कृष्णायसमर्पणं
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