
नंद रानी तेरो लाला जबर भयो रे
मेरी मटकी उलट के पलट गयो रे l
मुस्कान याकी लगे प्यारी प्यारी
पागल भयी यहाँ के सगरी ब्रजनारी
याकी बंशी पे जियरा अटक गयो रे ll1ll
पनघट पे आके करे जोर जोरी
चुपके से आके करे चित चोरी
मैया हल्ला मचो तो सटक गयो री ll2ll
घर घर में आकर के माखन चुरावे
खावे सो खावे जमी पे गिरावे
याको रोकबो हमारो खटक गयो री ll3ll
मैं तो दुखारी गरीब की मारी
जोर नहीं चलो तो दीन्ही रे गारी
मैया पैया कन्हिया चटक गयो री ll4ll
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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