
पायो री मैंने पायो श्री राधा नाम धन पायो,
गायो री मैंने गायो श्री गुरु नाम मुख गायो,
और न अभी कछु चाहूँ, सब कुछ मैंने पायो |
गुरु शरण में ज्ञान मिले ,श्री राधे शरण में प्यार,
दोनों ही है दया के सागर ,ममता के भण्डार,
सच्चा धनवान तो है वो जिसने इनको ध्यायो ll1ll
जनम जन्म से भटके हुए हुए को गुरु दिखाते राह,
राधे की चौखट पे आके मत कर तू परवाह,
सब कुछ उन्हें मिला है जिसने शीश झुकायो ll2ll
गुरु मिलन से पहले मैने लाखो कष्ट उठाये,
जीवन के अनमोल पल यूँ ही व्यर्थ गँवाये,
हरी मिलन होगा कैसे गुरु ने मोहे बतायो ll3ll
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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