मधुकर श्याम हमारे चोर |मन हर लीनो माधुरी मूरत,निरख नैन

मधुकर श्याम हमारे चोर |मन हर लीनो माधुरी मूरत,निरख नैन






मधुकर श्याम हमारे चोर |



मन हर लीनो माधुरी मूरत,
निरख नैन की कोर,
श्याम हमारे चोर||1||



सिर पे जाके मुकट सुहाये,
माथे तिलक नैन कजरारे,
मुख सुंदर ज्यूँ भोर,
श्याम हमारे चोर ||2 ||



सूरदास के चोर कन्हैया,
मनमोहन मुरली के बजैया,
नटखट नन्दकिशोर,
श्याम हमारे चोर ||3||




जय श्री राधे कृष्ण



       श्री कृष्णाय समर्पणम्

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