काहे ना दीखे सखी मेरो सांवरियाछुप छुप काहे री बजावे
काहे ना दीखे सखी मेरो सांवरिया
छुप छुप काहे री बजावे बाँसुरिया
मत छेड़ो बांसुरी मेरो जिया जल जावे
मन बांवरा हाय पिया पिया गावे
जाऊँ सखी जमुना सों भरण गगरिया ||1||
काहे मोहे मुरली टेर सुनावे
कुञ्ज गलिन में हाय छिप जावे
ढूंढ्त ढूंढ्त भई मैं बांवरिया ||2||
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हिय में उठे ऐसो सखी पीर
हिय जले मेरो नैनन सों नीर
ओ निर्मोही तेरी तड़पे गुजरिया ||3||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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