घूंगर वाले बाल तेरी ठोड़ी में हीरा लाल।सावरे क्या कहना
घूंगर वाले बाल तेरी ठोड़ी में हीरा लाल।
सावरे क्या कहना -2
गल वैजयंती माल चले तु टेढ़ी मेढ़ी चाल।
सावरे क्या कहना।
होटों पे मुरली सोहे।
भक्तों के मन को मोहे।
रूप तेरा सावरे।।।
ओ तीखी अदाएं तेरी तिरछी निगाहे ।
तेरी हम बावरे।
सोलह सा सृंगार श्याम तोहे देखु बारम्बारll1ll
जादू चलाया तूने बनाया।
तूने हम तेरे हो गए।
ओ सावली सलोनी प्यारी चंचल
छबि है न्यारी चितवन में खो गए।
तन मन दु मैं वार कन्हैया लेउ नजर उत्तारll2ll
फूलो का हार तेरा हर्ष ये श्रृंगारतेरा ।
नयनों को लुभा गया,
साँवले दिलदार तेरा ,अजब है खुमार है तेरा ,
भक्तों पे छा गया।
भूले होश हवास ओ कान्हा मैं भी बन गया दास ll3ll
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्_
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