देखी अजब निराली ,के महिमा सत्संग कीदेखी अजब निराली ,के
देखी अजब निराली ,के महिमा सत्संग की
देखी अजब निराली ,के महिमा सत्संग की
सतसंगत में हीरे मोती ,मिलते है पर धीरे धीरे
जिसने खोज निकली ,के महिमा सत्संग की ll1ll
सतसंगत उत्तम तीर्थ भाई ,भाग्य जिनका न्हावे रण माही
कर्म हीन रहते खाली ,के महिमा सत्संग की ll2ll
सतसंगत मीरा ने कीवी ,लोक लाज सब वो तज दीवी
होय गयी मतवाली ,के महिमा सत्संग की ll3ll
सतसंगत में सब मिल आवो, जीवन अपना सुफल बनावो
अन्त बजे ना ताली ,के महिमा सत्संग की ll4ll
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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