मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो मुझे ठाकुर से इक बार।

मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो मुझे ठाकुर से इक बार।





मेरी करुणामयी सरकार,

मिला दो मुझे ठाकुर से इक बार।


कृपा करो वृषभानु दुलारी,

श्री राधे बरसाने वाली॥




तीन लोक के ठाकुर प्यारे,

तेरे लिए ब्रिज धाम पधारे।
हे कृष्ण लीला की सार ,
मिला दो मुझे ठाकुर से इक बार॥






मेरा सोया भाग जगा दे ,

हे श्यामा मोहे श्याम मिला दे॥
तेरे वस में है नन्द कुमार ,
मिला दो मुझे ठाकुर से इक बार॥




तू ही मोहन तू ही राधा ,

तुझ बिन मोहन आधा-आधा।
नंदनंदन प्राणाधार ,
मिला दो मुझे ठाकुर से इक बार॥




जय श्री राधे कृष्ण

श्री कृष्णाय समर्पणम्

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