मृगनयनी को यार नवल रसिया,                                   नवल रसिया ।।

मृगनयनी को यार नवल रसिया, नवल रसिया ।।



मृगनयनी को यार नवल रसिया,
                                 नवल रसिया ।। 



बडी बड़ी अखीया नैंनन मैं सुरमा, 

तेरी टेढी चितवन मेरे मन बसिया ||1||




अतलस को याके लहैंगा सोहे,
झुमक सारी मेरे मन बसिया ||2||




छोटी छोटी अंगुरिन मुंदरी सोहे,
याके बिच आरसी नवल रसिया. ||3||




याके बांह बड़ाे बाजूबन्द सोहे,
याके हियरे हार दिपत छतिया ||4||




रंगमहल मैं सेंज बिछाई,
याके लाल पलंग पचरंग तकिया ||5||




पुरुषोत्तम प्रभु देख विवश भये,
सबे छांड ब्रजमे बसिया.. ||6||




जै श्री राधे कृष्ण


🌺

श्री कृष्णायसमर्पणं

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