तर्ज़: दिल देता है रो रो दुहाई,किसी से कोइ प्यार

तर्ज़: दिल देता है रो रो दुहाई,किसी से कोइ प्यार








तर्ज़: दिल देता है रो रो दुहाई,किसी से कोइ प्यार ना करे 





लाज रखले तूं आज हमारी, ओ कान्हा आये दर पर तेरे 
दाव लाज पे लगी जो हमारी, ओ कान्हा आये दर पर तेरे

दर दर भटक चैन न पाया,ठोकर सब दर से मैं खाया 

हाथ रख दे तूं सर पे मेरे ,ओ कान्हा आये दर पर तेरे ||1||


दिल में मेरे तूं ही समाया,नहीं जानूं कौन अपना पराया 

अब मुझको तूं अपना बनाले ,ओ कान्हा आये दर पर तेरे ||2||


लाज गयी तो जी ना सकेंगे,मारेगी दुनिया ताना सह न सकेंगे 

लाज राखी थी कितनों की तूनें ,ओ कान्हा आये दर पर तेरे||3||


नरसी,मीरा और सुदामा,भजके नाम पहुँचे श्री धामा 

'टीकम भजता है नाम तुम्हारा ,'ओ कान्हा आये दर पर तेरे||4||


जै श्री राधे कृष्ण


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श्री कृष्णायसमर्पणं

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