
मुरलिया बाजे रे जमुना के तीरजमुना के तीर हो जमुना
मुरलिया बाजे रे जमुना के तीर
जमुना के तीर हो जमुना के तीर
मुरली की धुन मेरो मन हर लीन्हों
चित्त धरत नहीं धीर ।।1।।
कारो कन्हैया कारी कमलिया
कारो जमुना को नीर ।।2।।
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर
चरण कमल पर सीर ।।3।।
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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तर्ज़: दिल देता है रो रो दुहाई,किसी से कोइ प्यार
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