आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले।मुझको तेरा सहारा सदा

आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले।मुझको तेरा सहारा सदा



आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले।

मुझको तेरा सहारा सदा चाहिये॥


चाँद तारे गगन में दिखे ना दिखे।

मुझको तेरा नजारा सदा चाहिये॥




यहाँ खुशियों हैं कम और ज्यादा है गम।

जहाँ देखो वहीं है, भरम ही भरम॥


मेरी महफिल में शमां जले ना जले।

मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिये||1||




कभी वैराग है, कभी अनुराग है।

यहाँ बदले है माली, वही बाग़ है॥


मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे।

मेरे दिल में बसेरा सदा चाहिये||2||




मेरी धीमी है चाल और पथ है विशाल।

हर कदम पर मुसीबत, अब तू ही संभाल॥


पैर मेरे थके हैं, चले ना चले।

मेरे दिल में इशारा तेरा चाहिये||3||


जै श्री राधे कृष्ण
🌺




श्री कृष्णायसमर्पणं



Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: