उद्धार करो उद्धार करो,जगदम्ब मेरा उद्धार करो।अपनी ममता के आँचल

उद्धार करो उद्धार करो,जगदम्ब मेरा उद्धार करो।अपनी ममता के आँचल



उद्धार करो उद्धार करो,जगदम्ब मेरा उद्धार करो।
अपनी ममता के आँचल से,मैया मेरे संताप हरो।।




है आदिशक्ति है जगजननी मैं द्वार तिहारे आया हूँ,
ठुकराना नहीं अपना लेना,मैं खुद पे बहुत शरमाया हूँ,
अपनी ममता बरसा करके,मैया मेरी तुम पीड़ हरो ||1||




संसार समन्दर जैसा है,कोई छोर नजर आता है,
माया के थपेड़ों से मैया,कोई बिरला ही बच पाता है,
मुझे दीन समझ,अपनी नजरें, जगदम्ब जरा मेरी ओर करो ||2||




धन दौलत,महल अटारी माँ,बिन तेरी दया के क्या करना,
तेरी किरपा जगदम्ब सुनो,होगा मेरा सांचा गहना,
"नन्दू" ममता की पूंजी से,मैया मेरी ये झोली भरो||3||


जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं

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