पगला पाडो वल्लभप्रभु हे आज अमाराआंगणमा ........ छमछम करता , क्रिष्न
पगला पाडो वल्लभप्रभु
हे आज अमाराआंगणमा ........
छमछम करता , क्रिष्न गिरिधर
आज अमारा आंगणमा .......
जीवननी विपदा छे भारी ;
दरशन आपो हे गिरिधारी
दूर करो आ पीड अमारी ....
आज तो आवोआंगणमा
गीतो मं| छे अरजी अमारी ....
साद सं|भणो क्रिष्न मोरारी
धन्य करी दो ६णो अमारी ...
आज अमारा अंगणमं। ... ......
तम लीला तो एवी न्यारी .....
धन्य धन्य गोवर्धनधारी .......
कृपा करो हे करुणाकारी ....
आज अमारा आंगणमां.......
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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