हिंडोरा कुंज वन डालो रे ,
झूलन आई राधिका प्यारी रे |
काहे के खम्ब लगवाये रे ,
काहे की डाली डोरियाँ प्यारी जी ||
चंदन के खम्ब लगवाये रे,
रेशम की डाली डोरियाँ प्यारी रे ||
धीरे से झोटा देओ गिरिधारी रे,
हमे तो डर लग रह्यो भारी जी ||
डरो मत राधिका प्यारी रे,
हमे तो तुम प्राण से प्यारी रे ||
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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