Anmol vachan in Hindi

Anmol vachan in Hindi

1. खेल चाहे कितने ही बदल लो, लक्ष्य केवल विजय पर ही होना चाहिए।

2. जिस व्यक्ति के विचार महान हैं, उससे श्रेष्ठ व्यक्ति कोई हो नहीं सकता।

3.  कामयाब होने के लिए स्वयं पर भरोसा होना चाहिए।

4.  हालात कितने ही खराब क्यों ना हो , जीत की लालसा मन में होनी चाहिए।

5. आक्रोश में लिए गए फैसले , सदैव गलत ही साबित हुए हैं।

6. बदले की भावना में जीने वालों का चरित्र भी बदल जाता है।

7. जो समय बर्बाद करते हैं , वह स्वयं को बर्बाद करते हैं।

8. समस्या जिसकी होती है , समाधान भी उसी के पास होता है।

9. छोटी असफलता से जो घबरा जाता है,  वह जीवन भर मूक दर्शक बना रहता है।

10. अपने हृदय को पवित्र रखने के लिए , सदैव दूसरों का उपकार करते रहें।

11. ब्रह्मांड की सभी सार्थक शक्तियां तभी तुम्हारे साथ हो सकती है जब तुम मन , हृदय और वचन से स्वच्छ हो।

12. दूसरों की पंचायत करने वाले , स्वयं पंचायत के चक्कर में पड़ जाते हैं।

13. अकेले चलना सीख लो , एक दिन परछाई भी साथ छोड़ देगी।

14. पर छोटे हैं तो क्या आसमान को छूने की चाहत रखता हूं हृदय मेरा साफ है इसीलिए तो हर दिल में निवास करता हूं।

15. किसी के लिए इतना भी मत गिरो , कि दूसरा कुचल कर चला जाए।

16.  सपना जितना बड़ा होगा , तकलीफ भी उतनी ही बड़ी होगी।

17.  समय धन-संपत्ति से अधिक मूल्यवान है धन-संपत्ति दोबारा मिल सकती है लेकिन समय दोबारा नहीं मिल सकता।

18.  जीवन में वह लोग ही अधिक असफल होते हैं जो कार्य करने से पहले अधिक सोचते हैं।

19.  शिक्षा कहीं से भी मिले ग्रहण कर लेना चाहिए , शिक्षा निष्प्राण वस्तुओं से भी मिल सकती है।

20.  किसी भी समस्या को सोच – सोच कर बड़ा बनाया जा सकता है और उसको अपने मेहनत और कार्यों के द्वारा छोटा।

21. सफलता उन्हीं को नसीब होती है जो कार्य के प्रति समर्पण का भाव रखते हैं।

22. आपके वह शब्द ही व्यर्थ हैं , जो किसी के हृदय को ना छू सके।

23. लोग चाहे कितने ही द्वार बंद कर दे शिक्षा पाने की ललक द्वार ढूंढ ही लेती है।

24.  झांकना है तो अपने गिरेबान में झांकों, दूसरों के जीवन में झांकने से क्या हासिल होगा।

25.  किसी के हाथों की कठपुतली बनने की झलक उसी व्यक्ति में मिलती है जो जल्दी क्रोधित होते हैं।

26.  कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है, यहां से चले हैं नई मंजिल के लिए, यह एक पन्ना था अभी तो किताब बाकी है

27.  जिसके साथ श्रेष्ठ विचार रहते हैं,  वह कभी भी अकेला नहीं रह सकता।

Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: