![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj1ltJkVxa9v9Z7vaKVn2CPQbxWE0IAwU-oqDXCZ5muoC6JvWJMFywO_IALJMirjh5Aa-lIn5qAOFitNxt3M5Vs-xAGBQELVPOGWjff2lWlQPA8PUieOhb41fpt55Shyy9D5Hz8ZG27Hiw/s320/936935_10151681062961419_1973502351_n.jpg)
अपने चरणों की भक्ति भगवान् मुझे दे दो ।
मैं भुला हुआ राही, नहीं कोई सहारा है ।
मझदार में हैं कश्ती, और दूर किनारा है ।
मुझे मंजिल मिल जाए, वो धाम मुझे दे दो ॥1||
इस जग से क्या लेना, मैं जग का सताया हूँ ।
ठुकरा के दुनिया को तेरी शरण में आया हूँ ।
प्रभु तेरा ही भजन करूँ, वह ज्ञान मुझे दे दो ॥2||
तेरे नाम की यह मस्ती मुझे ऐसी चढ़ जाए ।
पल पल तेरा नाम जपूँ, जो उल्फत बन जाए ।
खामोश रहूँ पी कर, यह जाम मुझे दे दो ॥3||
'' जय श्री राधे कृष्णा ''
0 Comments: