
मैया है मेरी शेरोवाली
शान है माँ की बड़ी निराली
सच्चा है माँ का दरबार
मैया का जबाव नही.
ऊँचे पर्वत भवन निराला
भगवान मे देखो सिंह विशाला
सच्चा है माँ का दरबार||1||
हाथों में कंगन खन खन खनके
माथे की बिंदियाँ चम चम चमके
लाल गले में हार||2||
मेरी माँ है दुर्गा
माँ है काली
भक्तों की झोली भरने वाली
करती बेडा पार||3||
नंगे पाँव अकबर आया
नाल सोने का छत्र चढ़ाया
दूर किया अहंकार||4||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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