श्याम बिन ज़िन्दगी गुजरती नहीं है

श्याम बिन ज़िन्दगी गुजरती नहीं है



श्याम बिन ज़िन्दगी गुजरती नहीं है ,
राधे नाम बिन ये सँवरती नहीं है |


पीले पड़ गए हैं ये शाखों के पत्ते ,
उजड़ गया है ये मधुबन सारा ,
गोविन्द बिन कुछ भी सुहाता नहीं है ||1||


पनघट भी सूने गलियाँ भी सूनी ,
वो अमुआ के झूले वो मौसम भी भूले ,
तेरे बिन सांवरिया हम मरना भी भूले ||2||


वो वंशी की ताने वो यमुना की बाहें ,
वो कदम्ब की छाहें वो टेढ़ी निगाहें ,
हर इक याद तेरी भुलाती नहीं है ||3||


''जय श्री राधे कृष्णा ''


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