श्याम बिन ज़िन्दगी गुजरती नहीं है
published on 17 September
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श्याम बिन ज़िन्दगी गुजरती नहीं है ,
राधे नाम बिन ये सँवरती नहीं है |
पीले पड़ गए हैं ये शाखों के पत्ते ,
उजड़ गया है ये मधुबन सारा ,
गोविन्द बिन कुछ भी सुहाता नहीं है ||1||
पनघट भी सूने गलियाँ भी सूनी ,
वो अमुआ के झूले वो मौसम भी भूले ,
तेरे बिन सांवरिया हम मरना भी भूले ||2||
वो वंशी की ताने वो यमुना की बाहें ,
वो कदम्ब की छाहें वो टेढ़ी निगाहें ,
हर इक याद तेरी भुलाती नहीं है ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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