प्रभु की करिये वन्दना, भाव से बारम्बार,
published on 17 September
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प्रभु की करिये वन्दना, भाव से बारम्बार,
नाम सुनौका से किया, जिसने भव से पार |
रहते हैं जलवे आपके नजरों में हर घड़ी,
मस्ती का जाम आपने ऐसा पिला दिया ||1||
जिस दिन से मुझको आपने अपना बना लिया,
दोनो जहाँ को हे प्रभु तब से भुला दिया ||2||
जिस ने किसी को आज तक सजदा नहीं किया,
वो सिर भी मैने आपके दर पे झुका दिया ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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