न कर तू मेरा मेरा

न कर तू मेरा मेरा



न कर तू मेरा मेरा ,
टूटेगा अभिमान जो तेरा |

दिल में प्रभु का प्यार नहीं है ,
जीवन में कुछ सार नहीं है ,
धर्म ,कर्म बेकार हो तेरा ||१||

यह जग है एक झूठा सपना ,
फिर क्यों इसको माना अपना ,
छोड़ने पर पड़ेगा रोना ||२||

यह धन पाप से कमाया तूने ,
यह समाज जो बनाया तूने ,
सब है प्रभु की अमानत का देना ||३||

इस जग की प्रीत तू छोड़ दे ,
प्रभु आगे शीश चढ़ा दे ,
कट जाए जन्म मरण का फेरा ||४||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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