
फ़रियाद मेरी सुनके भोलेनाथ चले आना।
नित ध्यान धंरु तेरा,बिगडी को बना जाना॥
तुझे अपना समझकर मैं,फ़रियाद सुनाता हूं,
तेरे दर पर आकर,मैं नित धूनी रमाता हूं
क्यों भूल गये बाबा,मुझे समझ के बेगाना ॥१॥
मेरी नाव भंवर डोले,तुम्ही तो खिवैया हो,
जग के रखवाले तुम,तुम ही तो कन्हैया हो,
कर बैल सवारी तुम,भव पार लगा जाना ॥२॥
तुम बिन न कोई मेरा,अब नाथ सहारा है,
इस जीवन को मैंने,तुझ पर ही वारा है,
मर्जी है तेरी बाबा,अच्छा नही तडपाना ॥३॥
नैंनो में भरे आंसू,क्यों तरस न खाते हो,
क्या दोष हुआ मुझसे,मुझे क्यों ठुकराते हो,
अब महर करो बाबा,सुनकर मेरा अफ़साना॥४॥
''जय श्री राधे कृष्णा ''
0 Comments: