
साँवरिया आ जाओ न तुम अब देर लगाओ ,
मुरली की मुरारी कोई मदभरी तान सुनाओ '
ऐ श्याम मोहे अपनी दीवानी बनाओ |
नयनो से अपने नवनागर बाण चलाओ ,
तुम्हें समर्पित इस हृदय में आकर बस जाओ ||1||
मोहिनी मुस्कान वाले मनहर मेरा मन हर ले जाओ,
अपनी लीला लीलाधर फिर दिखाने आ जाओ ||2||
तुम बिन ना माखन में रही कोई मीठास हैं
माखनचोर आकर माखन चुराओ ||3||
माखन से भी कोमल मेरा श्याम हैं ,
माखन मिसरी का आकर भोग लगाओ ||4||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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