
डम डम डमरू वाला ,
बड़ा मतवाला है |
शीश में गंग विराजे ,
पहने कान में बाला ||१||
माथे उसके चंदा सोहे,
पहने सर्प की माला ||२||
सारे अंग भभूत रमाये ,
बैठे ओढ़े सिंह की छाला ||३||
नित उठ चाहिए बैल सवारी ,
भूतो संग रहने वाला ||४||
भाँग धतूरा का भोग लगावे ,
पिए जहर का प्याला ||५||
बाएं अंग में गौरा विराजे ,
गोदी में गणपति लाला ||६||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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