
भक्ति के रंगे रंग में ,
हनुमान नजर आये |
जब फाड़ दिया सीना ,
सियाराम नजर आये ||
जब सीताहरण हुआ ,
प्रभु वन वन भटक रहे |
लंकापुरी जाकर के,
हनुमान खबर लाये ||१||
जब लक्ष्मण शक्ति लगी ,
प्रभु बिलख - बिलख रोये |
धौलागिरी जाकर के ,
हनुमान बूटी लाये ||२||
जब राम ने माला दी ,
प्रभु तोड़ - तोड़ फेंके |
हीरे मोती पन्ना,
पाषाढ़ नजर आये ||३||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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