
धुन- तुम हमारे थे प्रभु जी
साँवरे मेरी कलाई थाम लो एकबार
गिर पडूँ ना मैं अकेला ओ मेरे दिलबर |
जग जंजाल में भटक रहा हूँ , सूझे नहीं किनारा
इस निर्बल का पालनहारे , आजा बनके किनारा
मेरे भी हमदम बन जाओ , ओ मेरे प्रभूवर || १ ||
मोह माया के फंद छुड़ा के , अपनी प्रीत जगादे
तुझमे खोके रह जाऊं मैं , अपना आप भुलाके
अपने प्रेम की ज्योत जगादे , ओ मेरे प्रभूवर || २ ||
जब भी तेरा ध्यान धरूँ तो , माया मन भरमाये
तेरे मेरे बीच की कड़ियाँ टूट के ही रह जाये
" हर्ष " मुझे अब आन सम्भालो , ओ मेरे प्रभूवर || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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