
धुन- जिसके सपनें हमें रोज़ आते
कब मिलोगे कहाँ तुम , कहो साँवरे-हाँ कहो साँवरे
जब कहोगे प्रभु मैं , आऊँगा वहीं ||
मुझको मिलना है तुमसे अकेले प्रभु ,
हो जहाँ ना जगत के झमेले प्रभु ,
कोई देखे,सुने ना,मुझे साँवरे,ना तुम्हें साँवरे || १ ||
मुझको कहनी है सुननी है बातें कई ,
मेरे दिल में रही हसी जो सदा अनछुई ,
बातें मुझसे , करो वो ही , तुम साँवरे , हाँ हाँ तुम साँवरे || २ ||
पास बैठो मिलो प्रेम बढ़ जायेगा ,
प्यार परवान अपना ये चढ़ जायेगा ,
" रवि " कहता , बनो मेरे , मीत साँवरे , हाँ हाँ मीत साँवरे || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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