श्याम तुम्हारे चरण कमल में ,

श्याम तुम्हारे चरण कमल में ,



धुन- मैं तो तुम संग प्रीत लगा कर

श्याम तुम्हारे चरण कमल में ,
 ' बारम्बार प्रणाम ' ||

तुम ही मात पिता गुरु मेरे ,
नमन करूँ नित सांझ सबेरे ,
जीवन पर एहसान हैं तेरे || १ ||

ना जानूँ मैं पूजा अर्चन ,
ना आये मुझे तेरा कीर्तन ,
स्वीकारो प्रभु मेरा वंदन || २ ||

" बिन्नू " को घनश्याम निभाना ,
प्रीत हमारी भूल न जाना ,
रीत मिलन की हमको बताना || ३ ||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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