
श्याम तुम्हारे चरण कमल में ,
published on 21 September
leave a reply
धुन- मैं तो तुम संग प्रीत लगा कर
श्याम तुम्हारे चरण कमल में ,
' बारम्बार प्रणाम ' ||
तुम ही मात पिता गुरु मेरे ,
नमन करूँ नित सांझ सबेरे ,
जीवन पर एहसान हैं तेरे || १ ||
ना जानूँ मैं पूजा अर्चन ,
ना आये मुझे तेरा कीर्तन ,
स्वीकारो प्रभु मेरा वंदन || २ ||
" बिन्नू " को घनश्याम निभाना ,
प्रीत हमारी भूल न जाना ,
रीत मिलन की हमको बताना || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
Previous Post
तेरा वंदन सदा करूँ , अभिनन्दन सदा करूँ ओ कान्हां रे
Next Post
आया हूँ शरण में , दीदार के लिए
0 Comments: